नई दिल्ली | 17 अगस्त 2025 | पढ़ने का समय: 4 मिनट
Summary:
एक नया हेल्थकेयर इनोवेशन सामने आया है—AI वाला स्मार्ट गद्दा, जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपये है। यह गद्दा मरीज की बॉडी वायटल्स को रियल-टाइम में मॉनिटर करता है और अगर कोई गड़बड़ी होती है तो तुरंत डॉक्टरों को अलर्ट भेजता है। हेल्थ टेक सेक्टर में यह तकनीक मरीजों की सुरक्षा और समय पर इलाज के लिए गेम-चेंजर मानी जा रही है।
हेल्थ टेक्नोलॉजी तेजी से बदल रही है और अब बिस्तर भी सिर्फ आराम का साधन नहीं, बल्कि मरीज की जिंदगी बचाने वाला उपकरण बन रहा है। हाल ही में लॉन्च हुआ 5 लाख का AI वाला स्मार्ट गद्दा इस दिशा में सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है। यह गद्दा सिर्फ सोने के लिए नहीं, बल्कि रियल-टाइम हेल्थ मॉनिटरिंग के लिए डिजाइन किया गया है।
Read in English -New AI-Powered Mattress to Launch: Sends Alerts When Health Deteriorates – Know the Price and Unique Features
5 लाख का AI वाला स्मार्ट गद्दा: कैसा है यह स्मार्ट गद्दा?
इस गद्दे में एडवांस्ड AI सेंसर लगे हैं जो मरीज की हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल और बॉडी मूवमेंट जैसी वायटल्स पर लगातार नजर रखते हैं। अगर इनमें से कोई भी पैरामीटर असामान्य होता है तो सिस्टम तुरंत हॉस्पिटल के डॉक्टरों या नर्सों को मैसेज भेज देता है। इसका मतलब है कि इमरजेंसी की स्थिति में डॉक्टर बिना देर किए ऐक्शन ले सकते हैं।
मरीजों और डॉक्टरों के लिए कैसे फायदेमंद?
अस्पतालों में भर्ती मरीजों की 24×7 मॉनिटरिंग अक्सर चुनौतीपूर्ण होती है। नर्सिंग स्टाफ पर दबाव अधिक रहता है और कई बार छोटी-सी चूक बड़े खतरे का कारण बन जाती है। यह AI-गद्दा इस कमी को पूरा कर सकता है। डॉक्टर कहते हैं कि इससे न केवल समय रहते इलाज संभव होगा, बल्कि मरीज की जान बचाने की संभावना भी कई गुना बढ़ जाएगी।
हेल्थ टेक्नोलॉजी का भविष्य
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में ऐसे AI-आधारित गद्दे बड़े अस्पतालों से लेकर छोटे नर्सिंग होम तक आम हो जाएंगे। फिलहाल इसकी कीमत करीब 5 लाख रुपये है, लेकिन जैसे-जैसे इसका प्रोडक्शन बढ़ेगा और टेक्नोलॉजी सस्ती होगी, इसे आम मरीजों तक पहुंचाना आसान होगा।
क्यों है यह खबर महत्वपूर्ण?
भारत जैसे देश में जहां हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगातार सवाल उठते हैं, वहां यह तकनीक बड़ी राहत साबित हो सकती है। समय रहते मरीज की हालत का पता लगना और तुरंत डॉक्टर तक अलर्ट पहुंचना लाखों जिंदगियां बचा सकता है।
