प्रकाशित: सोमवार, 25 अगस्त 2025 | नई दिल्ली | पढ़ने का समय: 4 मिनट
सारांश:
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर केंद्रित एक नई यूनिट का गठन किया है। कंपनी ने इस नई इकाई की कमान अपने ही अनुभवी अधिकारी Amit Kapur को सौंपी है। यह कदम तेजी से बढ़ते AI बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
TCS का नया दांव: AI पर बड़ा दांव क्यों?
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ (TCS) ने बनाई नई AI इकाई, दरसल TCS, जो पहले से ही वैश्विक स्तर पर IT सेवाओं की दिग्गज कंपनी मानी जाती है, अब AI को भविष्य की सबसे बड़ी तकनीकी लहर मानते हुए इसमें निवेश बढ़ा रही है। कंपनी ने एक आंतरिक मेमो में बताया कि नई AI यूनिट का उद्देश्य ग्राहकों को जनरेटिव AI, मशीन लर्निंग और डेटा-ड्रिवन सॉल्यूशंस देने पर होगा।
Read In English -TCS Launches Dedicated AI Unit, Appoints Amit Kapur as Head – A Strategic Shift
कंपनी का मानना है कि एंटरप्राइज क्लाइंट्स को अब केवल सॉफ़्टवेयर सपोर्ट की नहीं बल्कि AI-आधारित ऑटोमेशन, स्मार्ट डेटा एनालिटिक्स और पर्सनलाइज़्ड डिजिटल सॉल्यूशंस की ज़रूरत है।
Amit Kapur को क्यों चुना गया?
Amit Kapur, TCS में लंबे समय से नेतृत्व की भूमिका में हैं और उन्होंने कई ग्लोबल प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक संभाला है। उनका अनुभव बैंकिंग, रिटेल और क्लाउड-आधारित टेक्नोलॉजीज़ में गहरा है। कंपनी का मानना है कि उनके नेतृत्व में यह नई इकाई न केवल भारतीय बल्कि वैश्विक बाजारों में भी अपनी पकड़ बना पाएगी।
AI यूनिट से क्या होंगे फायदे?
नई AI इकाई से TCS को इन क्षेत्रों में बढ़त मिलने की उम्मीद है:
- क्लाइंट्स को एंड-टू-एंड AI सॉल्यूशंस देना
- कस्टमर सपोर्ट और बिज़नेस ऑटोमेशन को और स्मार्ट बनाना
- AI-ड्रिवन कंसल्टिंग के ज़रिए नए राजस्व स्रोत खोलना
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा में Accenture, Infosys और Wipro जैसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देना
क्या यह कदम भारतीय IT सेक्टर को बदल देगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत की IT इंडस्ट्री के लिए एक नया माइलस्टोन साबित हो सकता है। आने वाले समय में जो कंपनियां AI में तेजी से निवेश करेंगी, वही ग्लोबल क्लाइंट्स की पहली पसंद बनेंगी।
