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OpenAI का पहला भारतीय ऑफिस दिल्ली में: CHAT-GPT का भारत में आगमन, देश में AI यूजर्स को मिलने वाला है बड़ा फायदा

Published On: अगस्त 22, 2025
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openAI का पहला भारतीय ऑफिस दिल्ली में
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स्थान: नई दिल्ली |तारीख: 23 अगस्त 2025| रीड टाइम: 4 मिनट

ओपन AI सीईओ को भारत में क्या दिखा खास

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने भारत को AI के लिए सबसे तेज़ी से बढ़ते बाज़ारों में से एक बताया है। यहां इंटरनेट कनेक्टिविटी, डिजिटल पेमेंट्स और मोबाइल-फ़र्स्ट इकोसिस्टम ने एक ऐसा माहौल तैयार किया है जहां ChatGPT जैसे टूल्स तेजी से अपनाए जा रहे हैं। भारत की विशाल युवा आबादी और स्टार्टअप कल्चर ने OpenAI को यहां सीधे निवेश करने के लिए प्रेरित किया।

Read This Article in Eglish -OpenAI’s Big Entry in India: First Office to Open in Delhi, Big Boost for ChatGPT Users

Open Ai का भारत में आगमन: क्यों दिल्ली को ही चुना गया नए ऑफिस के लिए

दिल्ली को OpenAI ने अपने पहले ऑफिस के लिए इसलिए चुना क्योंकि यह भारत की पॉलिसी और रेगुलेटरी गतिविधियों का केंद्र है। साथ ही, यहां से कंपनी को टैलेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी साझेदारी के अवसर आसानी से मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली ऑफिस से कंपनी भारत और पूरे दक्षिण एशिया के लिए AI इनोवेशन और पॉलिसी पर काम करेगी।

इस निर्णय के पीछे क्या है कंपनी की योजना

OpenAI का मकसद केवल ChatGPT को भारत में लोकप्रिय बनाना नहीं है, बल्कि AI रिसर्च, डेवलपमेंट और लोकल पार्टनरशिप्स को बढ़ावा देना भी है। कंपनी शिक्षा, हेल्थकेयर और सरकारी सेवाओं में AI इंटीग्रेशन के लिए नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने की योजना बना रही है।

देश के AI मिशन में क्या नया बदलाव होगा

भारत सरकार पहले से ही AI for All और IndiaAI Mission जैसी योजनाओं पर काम कर रही है। OpenAI की सीधी मौजूदगी से रिसर्च और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स को मजबूती मिलेगी। साथ ही भारतीय स्टार्टअप्स और डेवलपर्स को ChatGPT और अन्य OpenAI टूल्स के साथ लोकलाइज्ड प्रोजेक्ट्स बनाने का मौका मिलेगा।

OpenAI के सामने कानूनी चुनौतियां

भारत में डेटा प्रोटेक्शन बिल और AI रेगुलेशन अभी शुरुआती दौर में हैं। ऐसे में OpenAI को प्राइवेसी, डेटा लोकलाइजेशन और कंटेंट मॉडरेशन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कंपनी पहले से ही अमेरिकी और यूरोपीय नियमों से जूझ रही है, इसलिए भारत में भी उसे कड़े दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।

OpenAI की भारत में उपस्थिति को लेकर अश्विनी वैष्णव ने कही ये बात

केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत में OpenAI का आना तकनीकी इकोसिस्टम के लिए बड़ा कदम है। उन्होंने इसे डिजिटल इंडिया मिशन और स्थानीय AI स्टार्टअप्स के लिए एक सकारात्मक संकेत बताया।

AI की बढ़ती मांग और वैश्विक प्रतिस्पर्धा

दुनियाभर में Google Gemini, Anthropic और Meta AI जैसी कंपनियां बाजार पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही हैं। ऐसे माहौल में भारत जैसे उभरते बाज़ार में मजबूत उपस्थिति OpenAI के लिए रणनीतिक रूप से अहम होगी।

भारतीय ऑफिस के लिए हायरिंग प्रक्रिया शुरू

OpenAI ने यह भी साफ कर दिया है कि वह दिल्ली ऑफिस के लिए रिसर्चर्स, पॉलिसी एक्सपर्ट्स और इंजीनियर्स की हायरिंग शुरू करेगी। आने वाले महीनों में भारतीय टैलेंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने का मौका मिलेगा।

बड़ा सवाल: क्या भारत बनेगा OpenAI का सबसे बड़ा बाज़ार?

भारत में स्मार्टफोन और इंटरनेट यूजर्स की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है। ऐसे में ChatGPT और OpenAI टूल्स का यहां तेजी से बढ़ना तय माना जा रहा है। अब देखना यह होगा कि कंपनी किस तरह लोकल लेवल पर अपनी तकनीक को भारतीय भाषाओं और ज़रूरतों के हिसाब से ढालती है।

“Generative AI से देश में बैंकिंग दक्षता और वित्तीय समावेश में सुधार हो रहा है।”

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