---Advertisement---

यूरोप के AI नियमों से मेटा को क्यों है डर? जानिए कंपनी ने साइन करने से इनकार क्यों किया

Published On: जुलाई 19, 2025
Follow Us
Meta ने क्यों ठुकराया EU का AI कोड? वजह आपको चौंका सकती है
---Advertisement---

ब्रुसेल्स | 18 जुलाई 2025 | पढ़ने का समय: 3 मिनट

Meta ( Facebook) ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह EU के AI Code of Practice को साइन नहीं करेगा। कंपनी का मानना है कि इस फ्रेमवर्क में कुछ ऐसे प्रावधान हैं जो AI के नवाचार को रोक सकते हैं।

क्या Meta को AI पर नियंत्रण से है घबराहट?

Meta ने इस नियम को “ओवररीच” करार दिया — यानी ऐसी कोशिश जो किसी संस्था की सीमा से बाहर है।

इससे पहले, Google, Microsoft और OpenAI जैसे कई दिग्गज कंपनियों ने इस कोड को स्वीकार कर लिया था। लेकिन Meta का कहना है कि इस तरह का स्वैच्छिक कोड, अगर बहुत सख्त हुआ, तो AI रिसर्च और कॉम्पिटिशन दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है।

कंपनी ने यह भी जोड़ा कि वो AI के जिम्मेदार इस्तेमाल को लेकर प्रतिबद्ध है, लेकिन वह ऐसे किसी भी फ्रेमवर्क का हिस्सा नहीं बनेगी जो उसके लॉन्ग-टर्म AI विजन को बाधित करे

मेटा का इनकार क्या संकेत देता है?

इस कदम से एक बात तो साफ हो जाती है: Big Tech कंपनियां AI को लेकर अंतरराष्ट्रीय रेगुलेशन से सहज नहीं हैं।

Meta जैसे प्लेटफॉर्म्स पर AI जनरेटेड कंटेंट, misinformation और privacy से जुड़ी चिंताएं पहले ही उठ चुकी हैं। ऐसे में यह इनकार यह दिखाता है कि Meta शायद अपने AI मॉडल्स को ज्यादा खुला और कम नियंत्रित रखना चाहती है।

ब्रुसेल्स में कई अधिकारी इस कदम से नाराज हैं। उनका मानना है कि Meta इस कोड को साइन न कर के AI ethics के प्रति अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट रहा है।

इसका क्या मतलब है भारत और यूजर्स के लिए?

भारत में जहां अभी AI को लेकर स्पष्ट कानून नहीं हैं, वहां यह बहस महत्वपूर्ण हो जाती है। अगर Meta AI को बिना किसी रेगुलेशन के चलाना चाहता है, तो यूजर्स की privacy और content की सत्यता पर असर पड़ सकता है।

AI के आने वाले युग में, ये तय करना ज़रूरी होगा कि नवाचार के नाम पर जिम्मेदारी से समझौता न हो। और यह बहस अब सिर्फ यूरोप तक सीमित नहीं रहेगी।

Also Read :

एयरटेल AI पार्टनरशिप : Airtel ने Perplexity AI से मिलाया हाथ – अब इंटरनेट पर बात करने जैसा होगा सर्च एक्सपीरियंस!

अब AI सिर्फ इंसानों की नहीं, जानवरों की भी समस्याएं सुलझाएगा — लेकिन कैसे?

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Related Posts

तेलंगाना के सरकारी स्कूल में छात्र लैपटॉप पर कोडिंग और AI की पढ़ाई करते हुए।

तेलंगाना के सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से 9 तक के पाठ्यक्रम में कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजाइन थिंकिंग को किया शामिल

सितम्बर 8, 2025
Kasturba Medical College Manipal Launches AI in Healthcare Department

कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल ने लॉन्च किया हेल्थकेयर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विभाग

अगस्त 29, 2025
क्या डॉक्टरों की स्किल्स पर मंडरा रहा AI का खतरा

क्या डॉक्टरों की स्किल्स पर मंडरा रहा खतरा, अब AI के सहारे तो नहीं होगा इलाज?

अगस्त 29, 2025
गूगल की जेनरेटिव AI टीम के संस्थापक ने छात्रों को चेतावनी दी

गूगल की जेनरेटिव AI टीम के फाउंडर Jad Tarifi की चेतावनी: इन डिग्रियों का भविष्य AI से खत्म हो जाएगा

अगस्त 26, 2025
YouTube चुपचाप AI से बदल रहा आपके वीडियो

क्या YouTube चुपचाप AI से बदल रहा आपके वीडियो? हकीकत और फिक्शन की रेखा धुंधली

अगस्त 25, 2025
95% जनरेटिव AI प्रोजेक्ट फेल

MIT की स्टडी ने खोली पोल: 95% जनरेटिव AI प्रोजेक्ट फेल, क्या फूटने वाला है टेक बबल?

अगस्त 25, 2025

Leave a Comment