स्थान: मणिपाल, भारत|तारीख: 29 अगस्त 2025|रीड टाइम: 4 मिनट
सारांश:
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज (KMC), मणिपाल ने हेल्थकेयर में तकनीक के नए युग की शुरुआत करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विभाग की स्थापना की है। यह कदम मेडिकल रिसर्च, क्लिनिकल प्रैक्टिस और मरीजों की देखभाल में AI के इस्तेमाल को बढ़ावा देगा।
क्या AI अब मरीजों की जिंदगी बदलने वाला है?
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज (KMC), मणिपाल ने हेल्थकेयर सेक्टर में बड़ा कदम उठाते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विभाग लॉन्च किया है।
Read In English - Is Manipal's Medical College Betting Big on AI in Healthcare?
यह विभाग न सिर्फ मेडिकल छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए नई संभावनाएं खोलेगा, बल्कि मरीजों के लिए भी इलाज को तेज, सटीक और किफायती बनाने का लक्ष्य रखता है।
KMC का कहना है कि AI का इस्तेमाल रोग की पहचान से लेकर इलाज तक, हर स्तर पर नई दिशा देगा। डॉक्टरों को बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी, जबकि मरीजों को व्यक्तिगत और सटीक ट्रीटमेंट मिल सकेगा।
AI विभाग मेडिकल डेटा एनालिटिक्स, प्रेडिक्टिव डायग्नॉस्टिक्स, रोबोटिक सर्जरी और टेलीमेडिसिन जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा। इससे न सिर्फ शहरी बल्कि ग्रामीण भारत को भी लाभ मिलेगा, जहां बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच अभी भी चुनौती बनी हुई है।
हेल्थकेयर में क्रांति का संकेत
विशेषज्ञ मानते हैं कि KMC का यह कदम आने वाले समय में मेडिकल शिक्षा और रिसर्च में नई ऊर्जा भरेगा। AI न केवल डॉक्टरों की मदद करेगा बल्कि मरीजों को भी रियल-टाइम समाधान देगा।
इस विभाग की स्थापना भारत में हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी के बढ़ते महत्व को दिखाती है और यह साबित करती है कि देश अब डिजिटल हेल्थ के ग्लोबल लीडर्स में शामिल होने की तैयारी कर रहा है।
