नई दिल्ली | 7 अगस्त 2025 | पढ़ने का समय: 3 मिनट
सारांश:
सुपरस्टार रजनीकांत की अगली फिल्म कुली के गानों में संगीतकार Anirudh Ravichander ने ChatGPT की मदद ली। इस नए प्रयोग ने पेशेवर संगीत बनाने के पारंपरिक तरीके पर नई बहस खड़ी कर दी है।
लिखावट में आई अड़चन—तो AI ने संभाला मौका
कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में Anirudh ने स्वीकार किया कि वह एक गाने की दो पंक्तियाँ लिखते-लिखते फंस गए थे। उसी समय उन्होंने ChatGPT का प्रीमियम वर्जन खरीदा, और जैसे ही गाने का थीम उसे बताया—AI ने दस सुझाव भेज दिए। उनमें से एक लाइन ने उन्हें आगे की रचना शुरू करवाने में मदद की। उनका कहना था, “हर रचनात्मक को एक वक्त रुकावट आती है। ऐसे में AI टूल्स का इस्तेमाल करना पूरी तरह से सामान्य हो गया है—यह समय बचाता है और फ्लो बनाए रखता है।”
Read In English AI in Coolie: Rajinikanth’s Film Music Created using AI; ChatGPT Wrote the Song!
संदेश साफ: AI रचनात्मकता से छेड़छाड़ नहीं, उसे समर्थन
Anirudh ने स्पष्ट किया कि ChatGPT ने सिर्फ उन्हें प्रारंभिक दिशा दी थी—मूल भाव, रंग, और इंसानी आत्मा हमेशा मनुष्य के पास रहेगी। AI सिर्फ एक साथी है, जो रचनात्मक जाम या प्रॉम्प्ट ब्लॉक के समय सोच को आगे बढ़ाता है।
मीडिया और दर्शकों में क्या प्रतिक्रिया?
यह खुलासा सुनने के बाद सोशल मीडिया में प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रहीं। कुछ लोग इसे रचनात्मकता का नया युग मान रहे हैं, तो कुछ ने सवाल उठाया कि क्या AI का इस्तेमाल अति निर्भरता नहीं तोड़ देगा। फिर भी, अधिकांश लोग इसे खुलापन और तकनीक के समावेश का सकारात्मक संकेत मान रहे हैं।
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