स्थान: नई दिल्ली | तारीख: 27 अगस्त 2025 | पढ़ने का समय: 4 मिनट
सारांश:
भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शिक्षा को लेकर ऐतिहासिक कदम उठाते हुए OpenAI ने लर्निंग एक्सेलरेटर प्रोग्राम की शुरुआत कर दी है। इस पहल के ज़रिए कंपनी 30 करोड़ छात्रों को AI की ट्रेनिंग देने जा रही है। प्रोग्राम का लक्ष्य है कि भारत को ग्लोबल AI टैलेंट हब बनाया जाए।
Open AI लर्निंग एक्सेलरेटर प्रोग्राम भारत में लॉन्च: क्या भारत बनेगा दुनिया का AI टैलेंट हब?
Open AI लर्निंग एक्सेलरेटर प्रोग्राम भारत में लॉन्च किया है। इस पहल के तहत 30 करोड़ छात्रों को AI की ट्रेनिंग दी जाएगी, OpenAI का कहना है कि भारत जैसे युवा और तकनीकी दृष्टि से उभरते देश में AI शिक्षा सबसे बड़ा निवेश साबित होगी। लर्निंग एक्सेलरेटर प्रोग्राम में स्कूल और कॉलेज स्तर पर छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और जिम्मेदार AI उपयोग से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी।
Read In English -OpenAI Launches AI Learning Accelerator in India : 300 Million Students to Benefit
यह प्रोग्राम न केवल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा, बल्कि सरकार और शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी कर छात्रों तक ऑफलाइन वर्कशॉप और ट्रेनिंग कैंप्स के ज़रिए भी पहुंचाया जाएगा।
30 करोड़ छात्रों तक कैसे पहुंचेगा यह प्रोग्राम?
कंपनी ने बताया है कि लर्निंग एक्सेलरेटर के तहत कई स्तर के मॉड्यूल तैयार किए गए हैं। शुरुआती स्तर पर छात्रों को AI की बेसिक समझ दी जाएगी, जबकि एडवांस लेवल पर उन्हें कोडिंग, मॉडल डेवलपमेंट और AI टूल्स के वास्तविक उपयोग पर फोकस कराया जाएगा।
इसके लिए देशभर में एक AI लर्निंग नेटवर्क तैयार किया जाएगा, जहां स्थानीय भाषाओं में भी ट्रेनिंग सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
भारत की डिजिटल शिक्षा यात्रा में ऐतिहासिक कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत के छात्रों को न सिर्फ नई स्किल्स सिखाएगी, बल्कि उन्हें भविष्य की नौकरियों के लिए भी तैयार करेगी। टेक इंडस्ट्री के अनुसार, अगले पांच सालों में AI स्किल्स रखने वाले प्रोफेशनल्स की मांग कई गुना बढ़ने वाली है।
क्यों मायने रखता है यह कदम?
OpenAI का यह प्रोग्राम भारत में शिक्षा और तकनीक के मेल को नई दिशा देगा। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के छात्रों को समान अवसर मिलेगा और डिजिटल खाई (digital divide) कम होगी। साथ ही, यह पहल भारत को ग्लोबल AI इकोसिस्टम में एक लीडर की पोज़ीशन पर ला सकती है।










