सारांश:
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने एक नया अलर्ट जारी किया है — इस बार खतरा आपके गले से निकली आवाज से जुड़ा है। अब AI आपकी आवाज की नकल करके बैंक से पैसा उड़ाने तक की ताकत रखता है।
क्या आपकी आवाज भी बैंक फ्रॉड का जरिया बन सकती है?
AI की दुनिया अब केवल टेक्स्ट या इमेज तक सीमित नहीं रही — अब ये आपकी आवाज की हूबहू नकल कर सकता है। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में आगाह किया कि कुछ सेकंड की ऑडियो क्लिप से आपकी Voice Cloning करके धोखाधड़ी की जा रही है — खासकर आर्थिक धोखे के लिए।
Read In English: AI Is Eyeing Your Bank Balance? Sam Altman Warns About Voice-Cloning Scams
उन्होंने चेताया कि लोग सोशल मीडिया, वॉइस मैसेज या वीडियो अपलोड करते समय सावधानी बरतें। जब बैंक वॉयस ऑथेंटिकेशन से पहचान करता हो, और परिवार में इमरजेंसी कॉल्स आते हों — तब एक नकली आवाज से धोखा हो जाना बेहद आसान हो गया है।
जैसा कि सैम ऑल्टमैन ने कहा: “जब AI किसी की भी आवाज बना सकता है, तो हमें ट्रस्ट और सिक्योरिटी को नए सिरे से परिभाषित करना होगा।”
भारत के यूजर्स के लिए क्यों बढ़ा खतरा?
भारत में तेजी से बढ़ती UPI और डिजिटल पेमेंट सिस्टम ऐसे धोखों के लिए उर्वर जमीन बन गए हैं। सिर्फ कुछ सेकंड की आपकी आवाज — चाहे इंस्टाग्राम, यूट्यूब या वॉट्सऐप से — काफी है स्कैमर के लिए। फिर वो “मम्मी, जल्दी पैसे भेजो!” जैसे इमोशनल ट्रिक्स से लूट लेते हैं।
OpenAI के Voice Engine जैसे टूल्स भी चिंता बढ़ा रहे हैं — जो बेहद रियलिस्टिक वॉयस बना सकते हैं। ऑल्टमैन के बयान से साफ है कि खुद AI कंपनियों को इस तकनीक के गलत इस्तेमाल की चिंता सताने लगी है।
अब खतरा सिर्फ वीडियो डीपफेक नहीं, वॉयस से भी!
अब तक AI का डर मुख्य रूप से फेक वीडियो और फोटो तक था। लेकिन वॉयस क्लोनिंग — जो जल्दी और ज्यादा असरदार है — एक नया, खामोश खतरा बन गया है। आपकी पहचान अब सिर्फ फोटो से नहीं, एक फेक कॉल से भी चुराई जा सकती है।
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