नई दिल्ली | 15 सितंबर 2025 | 3 मिनट पढ़ें
सारांश:
Apple ने iPhone पर कॉल के दौरान रियल-टाइम AI ट्रांसलेशन शुरू किया है, जिसमें हिंदी और कई भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है। YouTube ट्यूटोरियल्स और सोशल मीडिया पर यह फीचर तेजी से चर्चा में है और इसे संचार की दिशा बदलने वाला कदम माना जा रहा है।
भारत की भाषाई विविधता पर Apple का फोकस
Apple का नया AI फीचर iPhone यूजर्स को लाइव कॉल के दौरान हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में आसानी से बातचीत करने की सुविधा देता है। भारत जैसे देश में, जहां 20 से ज्यादा प्रमुख भाषाएं और सैकड़ों बोलियां हैं, यह तकनीक गेमचेंजर साबित हो सकती है।
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सोशल मीडिया पर यूजर्स इस फीचर की तारीफ कर रहे हैं। X (पूर्व में Twitter) पर इसे “क्रॉस-लैंग्वेज कम्युनिकेशन के लिए वरदान” बताया गया है। वहीं YouTube पर इसके डेमो वीडियो 30,000 से ज्यादा बार देखे जा चुके हैं, जो इस बात का संकेत है कि लोग इसे तेजी से अपना रहे हैं।
क्या बदल जाएगा भारत में बातचीत का तरीका?
भाषाई विविधता के कारण अक्सर भारत में सुचारु संचार मुश्किल हो जाता है। लेकिन Apple का यह AI फीचर बिज़नेस, यात्रियों और परिवारों के लिए भाषा की दीवार तोड़ सकता है। टेक विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देगा और भारतीय मार्केट में Apple की पकड़ मजबूत कर सकता है।
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बड़ा बदलाव – मल्टीलिंगुअल AI बनेगा ग्रोथ ड्राइवर
हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं को सपोर्ट देकर Apple यह संदेश दे रहा है कि AI सिर्फ भविष्य की तकनीक नहीं बल्कि रोज़मर्रा की समस्याओं का समाधान भी है। उद्योग जगत का मानना है कि इससे अन्य टेक कंपनियां भी भारत-प्रथम AI रणनीति पर विचार करने को मजबूर होंगी।
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