सारांश:
मुंबई की लोकल ट्रेनें अब एक नयी तकनीक CVVRS (Crew Voice & Video Recording System) से लैस की जा रही हैं। इससे प्रत्येक मोटरमैन केबिन में कैमरा और ऑडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा मिल रही है, साथ ही AI निगरानी से सुरक्षा को और मजबूत किया जा रहा है।
CVVRS क्या है और इसकी प्रमुख सुरक्षा भूमिका
CVVRS सिस्टम को 25 सेंट्रल रेलवे और 26 वेस्टर्न रेलवे लोकल ट्रेन रैक्स में इंस्टॉल किया गया है। हर मोटरमैन केबिन में छह कैमरे और आवाज रिकॉर्डर लगाए गए हैं, जो ट्रैक, चालक और ट्रेन स्टाफ की गतिविधियों को रीयल-टाइम में मॉनिटर करते हैं।
Read in English –Mumbai’s New AI Train Upgrade — Can This System Really Stop Accidents?
AI से पक्की स्ट्रैटेजिक सुरक्षा
यह सिस्टम केवल कैमरा रिकॉर्डिंग तक सीमित नहीं है। AI तकनीक चालक की नींद या ध्यान भंग होने पर तुरंत अलर्ट देती है, अनाधिकृत मोबाइल उपयोग का पता लगाती है और कंट्रोल रूम को तुरंत सूचित करती है। इसका मकसद दुर्घटनाओं को रोकना और संचालन को सुरक्षित बनाना है।
अपग्रेड क्यों समय की मांग था

मुंबई के व्यस्त लोकल नेटवर्क में सुरक्षा मानकों को बढ़ाना समय की जरूरत थी। अब CVVRS से किसी घटना की जांच में सही सबूत मिलेंगे और दैनिक संचालन की निगरानी आसान होगी। एक केबिन की लागत ₹1–1.25 लाख है। हालांकि कुछ यूनियनों ने गोपनीयता को लेकर चिंता जताई है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह सिस्टम सुरक्षा और परामर्श के लिए है, अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए नहीं।
यात्रियों और भविष्य के लिए प्रभाव
CVVRS का उपयोग और ऑटो डोर जैसे अन्य सिस्टम की तैयारी, मुंबई की लोकल यात्राओं को और सुरक्षित व भरोसेमंद बना रही है। यह कदम देशभर में रेलवे सुरक्षा के नए मानक तय कर सकता है।
ALSO READ-
