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AI जेल निगरानी सिस्टम : यूपी की जेलों में आया ‘जार्विस’, कैदियों पर रखेगा 24×7 नज़र ,अब जेलें होंगी हाईटेक

Published On: जुलाई 26, 2025
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AI surveillance system monitoring inmates inside a modern Indian prison using Jarvis in Uttar Pradesh.
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लखनऊ, उत्तर प्रदेश| तारीख: 25 जुलाई 2025 |⏱️ पढ़ने का समय: 3 मिनट

उत्तर प्रदेश की जेलों में अब निगरानी सिर्फ कैमरे नहीं कर रहे — अब सोचने वाला एक सिस्टम भी जुड़ गया है। इस सिस्टम का नाम है जार्विस, और यह AI (Artificial Intelligence) की ताकत से लैस है।

Read In English: Jarvis to Watch Inmates in UP Jails , AI System Shocks Everyone with Its Abilities

क्या भारत की जेलों में अब चल रहा है एक अदृश्य ‘AI प्रहरी’?

लखनऊ समेत कई जेलों में लगाए गए इस सिस्टम ने दिखा दिया है कि यह इंसानों की तुलना में ज़्यादा सतर्क, तेज़ और विश्वसनीय है। किसी झगड़े की आशंका हो, रात में संदिग्ध गतिविधि हो, या आत्महत्या की कोशिश ,जार्विस सबकुछ तुरंत पहचान लेता है और अलर्ट भेजता है।

यह कोई भविष्य की कल्पना नहीं — यह आज की हकीकत है।

क्या है जार्विस और कैसे काम करता है?

JARVIS यानी Jail Administration Real-time Video Integration System — यह एक स्मार्ट निगरानी तकनीक है जो जेल में लगे CCTV कैमरों से लाइव वीडियो लेकर AI की मदद से हरकतों को समझता है।

यह सिस्टम मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के ज़रिये यह पहचान लेता है कि कौन सी गतिविधि सामान्य है और कौन सी असामान्य या खतरनाक।

जार्विस पहचान सकता है:

  • किसी विशेष स्थान पर कैदियों का झुंड बनाना
  • झगड़े या शारीरिक टकराव के शुरुआती संकेत
  • भागने या आत्महत्या की कोशिश
  • संदिग्ध मूवमेंट या व्यवहार

जेल अधिकारी इसे “चुपचाप निगरानी रखने वाला सतर्क प्रहरी” कह रहे हैं।

जेलों में AI लाने के पीछे सरकार की क्या सोच है?

उत्तर प्रदेश की जेलों में कैदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन स्टाफ सीमित है। ऐसे में जार्विस जैसे AI सिस्टम जेल प्रशासन के लिए बड़ी राहत हैं।

इससे न सिर्फ मानव संसाधन पर निर्भरता घटती है, बल्कि भ्रष्टाचार, हिंसा और अंदरूनी मिलीभगत पर भी रोक लगती है।

सरकार इसे राज्यभर की बड़ी जेलों में जल्द लागू करने की तैयारी कर रही है।

ये बदलाव सिर्फ तकनीकी नहीं, सोच का भी है

जार्विस सिस्टम दिखाता है कि भारत अब AI को सिर्फ शहरों और स्टार्टअप्स तक सीमित नहीं रख रहा — बल्कि सुधारगृहों में भी टेक्नोलॉजी को अपना रहा है।

यह बदलाव सिर्फ सुरक्षा का मामला नहीं, बल्कि जवाबदेही और पारदर्शिता को मज़बूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

भारत की जेलें अब पहले जैसी नहीं रहेंगी — और इसकी वजह है AI।

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